महाराणा कुंभा द्वारा 15 वी शताब्दी मै बनाया गया कुम्भलगढ़, कुमावत समाज की
भवन निर्माण शैली की अनुपम धरोहर!!!
जिसका निर्माण महान शिल्पी खेता के पुत्र उस समय के मेवाड के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट माण्डन जिनको राज शिल्पी के नाम से जाना जाता था। उनकी देखरेख मै बना था। इस गढ के पपरकोटे पर एक साथ चार घुड़सवार दौड सकते है।
इसकी लंबाई 36 किलोमीटर की है। समय कुमावत
समाज के कारीगर को राज शिल्पी राज मिस्त्री, उस्ता, आदि नाम से जाना जाता
था।कुभभलगढ का डिजाइन राज शिल्पी माणडन ने नै किया था। इस गढ कै निर्माण
मै जेता पुत्र पूजा,नाथा,गोविन्द, तेजा,गेंदा,लाला, आदि राजा मिस्त्री का
योगदान रहा था। माण्डन वास्तुशास्त्र के प्रसिद्ध ज्ञानी थे।जिन्होने कोई
ग्रंथ लिखे है।उनमे एक ग्रंथ राज,बल्लभ बहुत प्रसिद्ध है। कुमावत समाज की
भवन निर्माण शैली का लोहा जग जाहिर रहा है।जिसका निर्माण महान शिल्पी खेता के पुत्र उस समय के मेवाड के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट माण्डन जिनको राज शिल्पी के नाम से जाना जाता था। उनकी देखरेख मै बना था। इस गढ के पपरकोटे पर एक साथ चार घुड़सवार दौड सकते है।
2 टिप्पणियां:
Jai ho kumawat समाज
Bhaiyyo kumawato में से किसी एक को चुनें और एक अच्छा नेता बनावो और फिर कुछ ऐसा करो कि kumawato का भी नाम चले लोग बोले कि कुमावत भी h कोई जाती
वरना ऐसे तो हमे कोई जानेगा नहीं और अपन को आरक्षण भी नहीं मिलने वाला क्या कुमावत भाई ऐसा ही जन्म लेके और ऐसे ही मर जाएंगे
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