गुरुवार, 17 दिसंबर 2015

सामोद का महल

कुमावत समाज की अदभुत स्थापत्य कला का नमूना, सामोद का महल, 19 वी सदी मै जयपुर के एक जागीरदार रावल शयो सिह जी इसका जिणोउदधार करवा था, इस महल की सुंदर नक्काशी,चित्रकारी, और शीश महल का काम देखते ही बनता है।लगभग 175 वर्ष पुरानी कलाकारी आज भी नई दिखाई देती है।
हमारे समाज बंधुऔ ने इसकी नक्काशी मै नेचुरल रंगो का स्तेमाल किया था, जिसको बनाने मै इनके महारथ हासिल थी, हमारे वंशजों के कामो पर हमे गर्व है।

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